Indian Election 2024 – अब की बार गठबंधन की सरकार

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भारत में खिलेगा कमल या एक बार फिर कायम होगा कांग्रेस का रुतबा, आखिर क्या कहते है लोकसभा इलेक्शन 2024 के रिजल्ट्स? क्या भारत में तीसरी बार आने वाला है मोदी राज? उत्तर प्रदेश से आये रिजल्ट्स से क्यों है BJP परेशान? क्या उत्तर प्रदेश में छा गई है अखिलेश यादव और राहुल गाँधी की जोड़ी आइये जानते है।

इलेक्शन, इलेक्शन और इलेक्शन , भई हर 5 साल बाद ये जो इलेक्शन का समय आता है ना वाक़ई ये पूरे देश को एक दम अलर्ट कर देता है, जहाँ देखो वहां एक ही बात की चर्चा चल रही होती है कि आखिर इस बार कौनसी सरकार सत्ता में आने वाली है, वैसे अगर देखा जाए तो साल 2014 से जिस तरह BJP ने सत्ता में अपना सिक्का जमाया है न तब से लेकर अब तक अगर भारत में किसी की गूँज है तो वो BJP की ही है, हर तरफ कमल ही कमल खिल रहा है, पर हर बार की तरह साल 2024 में भी लोकसभा चुनाव होना था, जो हो भी चुका है, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वोटिंग हो चुकी है और अब तो 7 phases की Voting Process के बाद वो समय भी आ पंहुचा है , जब पता चलेगा की आखिर जनादेश किसके पक्ष में है।

आज जहाँ देखो वहां केवल एक ही चर्चा खूब जोर पकड़ रही है कि क्या पब्लिक तीसरी बार BJP के नेतृत्व में NDA पर भरोसा जताने वाली है, या फिर ये इंडिया ब्लॉक के दावे को सच साबित करेगी ? ऐसे बहुते सारे सवाल आज देश भर के लोगो में चर्चा का विषय बने हुए है, हालांकि एग्जिट पोल के अनुमान की माने तो NDA सरकार बना सकती है लेकिन यहाँ सबसे बड़ा मुद्दा तो ये है कि क्या PM मोदी तीसरी बार जीतकर अपना रिकॉर्ड कायम कर पाएंगे या फिर BJP 2.0 का ये सुहाना सफर एक यादगार शासन की तरह यही थम जाएगा।

खैर इन सभी सवालों के जवाब को जानने के लिए हमे ज्यादा समय का इन्तजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि थोड़ा समय और है जिससे सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, यानी किसकी बनेगी सरकार ये साफ़ हो जाएगा लेकिन तब तक हम इलेक्शन के जो रिजल्ट सामने आये है उन पर गौर फरमाते है और जानते है कैसा रहा इस बार का लोकसभा इलेक्शन और कौन संभालेगा भारत की कमान  ?

यहाँ ज़रा पिछली बार के लोकसभा चुनाव के बारे में चर्चा करे तो 2019 के अप्रैल महीने में लोकसभा चुनाव हुए थे , जहाँ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में National Democratic Alliance ने केंद्र सरकार बनाई, जिसमे नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधान मंत्री बने रहे, इसके साथ ही हम आपको बता दें कि प्रधान मंत्री का कार्यकाल जो है वो 16 जून 2024 को पूरा होने वाला है और इसके चलते भारत में 18 मई को लोकसभा चुनाव भी हो चुके है जो अप्रैल के महीने मे साल 2024 में हुए , जहाँ 7 फेजों में मतदान हुआ ,अब यहाँ हम बात करे चुनाव लड़ने वाले राष्ट्रिय दलों की तो ये 6 राष्ट्रीय दल है जिनमे BJP, कॉंग्रेस , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI(M), बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी और नेशनल पीपल्स पार्टी, जिनमे से चुनाव के मुख्य दावेदार BJP और कांग्रेस है।

खैर यहाँ हम अपने मेन मुद्दे पर आते है यानी इलेक्शन के रिजल्ट के बारे में बात करते है, अब भई BJP सरकार साल 2014 से सत्ता में है और तब से लेकर अब तक देश में कई तरह के बदलाव देखे गए है यानी ये कहना तो गलत नहीं होगा कि BJP सरकार के अंडर में भारत को एक नयी दिशा मिली है, इस बात में कोई शक  नहीं है कि मोदी जी ने अपने कार्यकाल में देश के लिए कई बड़े कदम उठाये है और वैसे आपने मोदी जी के द्वारा दिए गए नारों में सबसे ज्यादा पॉपुलर नारा सबका साथ , सबका विकास ये तो सुना ही होगा जो सुनने में बेहद ही अच्छा लगता है वहीं BJP सरकार का इलेक्शन के दौरान एक और नारा खूब जोरो से गूँज रहा था कि “क्यों पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में “  लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने तो BJP को कुछ अलग ही चिंता में डाल दिया।

जी हाँ असल में लोकसभा इलेक्शंस के रिजल्ट्स को लेकर इस समय पर चर्चाओं का बाजार काफी गर्म नजर आ रहा है, भले ही BJP सरकार अपने गठबंधन NDA के साथ सरकार बनाने की तैयारी में है लेकिन पिछली बार के मुकाबले इस बार BJP का प्रदर्शन कुछ फीका सा नजर आ रहा है, जिसकी वजह कुछ राज्य और सीट है, जैसा की 4 जून को लोकसभा एलेक्शन्स का रिजल्ट सामने आया , जहां BJP को अपने गठबंधन NDA के साथ इन आम चुनावों में बहुमत हासिल हुई जिसके चलत्ते BJP एक बार फिर यानी तीसरी बार देश की सत्ता सँभालने की तैयारी में है और इसके चलते BJP और NDA में एक ख़ुशी का माहौल छाया हुआ है लेकिन उनकी खुशियों पर ग्रहण लगाया है कुछ राज्य और सीटों ने जहाँ कमल नहीं खिल पाया है।

ख़ास तौर पर इस समय उत्तर प्रदेश बेहद ही चर्चे में है जहाँ भाजपा बहुमत नहीं जुटा पाई है यहाँ भाजपा कई हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट पर हारते हुए नजर आई है, उत्तर प्रदेश की इस खबर ने वाक़ई सबको हैरान कर दिया है क्योकि उत्तर प्रदेश को तो इस पार्टी का गढ़ माना जाता था, वहीँ ऐसे रिजल्ट आये जो BJP के मनमुताबिक नहीं रहे, चलिए जानते है 4 जून के इस रिजल्ट के बारे में विस्तार।

उत्तर प्रदेश ! भारत का सबसे ज्यादा आबादी वाला और चौथा सबसे बड़ा राज्य है ,इस राज्य में मौजूद है अयोध्या और वाराणसी ये दोनों ही शहर भाजपा के लिए बड़े एहम रहे है , एक तरफ अयोध्या जहाँ इसी साल यानी 2024 में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हुआ है जिसका वादा भाजपा ने लंबे समय से किया था वहीं वाराणसी जहाँ उनकी सरकार की ambitious  काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट है लेकिन इन सब के बावजूद BJP को वहां से निराशा ही हासिल हुई।

असल में UP में BJP की हार की बड़ी वजह अयोध्या और वाराणसी क्षेत्रों में कम सीटें मिलना माना जा रहा है, बता दें BJP अयोध्या क्षेत्र में आने वाली 9 में से 5 लोकसभा सीटें हार चुकी है वहीं वाराणसी में आने वाली 12 में से 9 सीटों में BJP को हार मिली है।

खैर ये बात तो हो गई उत्तर प्रदेश की लेकिन केवल एक ही राज्य को लेकर तो सरकार बदलने या आने का फैसला नहीं किया जा सकता ना क्योकि इसका फैसला तो देश की सभी 543 लोक सभा सीटों को देखकर ही किया जाएगा तो चलिए एक बार ये भी जान लेते है की किस पार्टी को कितनी सीटें हासिल हुई है और कौन आएगा इस बार सत्ता मे।

देश की 543 सीटों का रिजल्ट जो है वो BJP सरकार की तरफ एक बड़ा इशारा कर रहा है, जिसे आप BJP का तीसरी बार सत्ता में आना समझ सकते है क्योकि इस रिजल्ट में साफ़ बताया गया कि भारतीय जनता पार्टी ने सबसे ज्यादा 240 सीटें हासिल की है और इसके पीछे रही कांग्रेस जिसने 99 सीटों पर जीत हासिल की है, यहाँ सबसे ज्यादा सीटों को जीतने की लिस्ट में सपा पार्टी भी शामिल है, बता दें कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी रही है जिसने अपने शानदार परफॉरमेंस के साथ 37 सीटों पर अपनी जीत का झंडा फेहराया है, इनके बाद नंबर आता है ममता बेनर्जी जी का जिनकी पार्टी बंगाल की सत्ता पर काबिज़ है, यहाँ उन्होंने 29 सीटों पर जीत हासिल की है।

लोकसभा चुनाव के इन रिजल्ट्स को देखते हुए आप समझ ही सकते है कि इन रिजल्ट्स ने साफ़ कर दिया है कि एक बार फिर केंद्र में NDA की सरकार बनेगी लेकिन इस दौरान हम BJP को उत्तर प्रदेश से लगे बड़े झटके के बारे मे नहीं भूल सकते है क्योकि देखा जाए तो यही वो राज्य है जिसकी वजह से BJP अपने दम पर बहुमत हासिल करने में असफल रही , यहाँ आपको बता दें 2019  के मुकाबले BJP की 63 सीटें कम हो गई , जिसके चलते पार्टी पिछली बार की 303 सीटों से घटकर 240 पर ही थमी रह गई , यहाँ बीजेपी के लिए बड़ा झटका इसलिए भी रहा क्योकि पार्टी ने अब की बार 400 पार का टारगेट बना रखा था लेकिन यहाँ गौर करने वालीं बात है कि जहाँ एक तरफ BJP की सीटें घटी हैं वहीं कांग्रेस की सीटों में इज़ाफ़ा हुआ है जिसने 52 सीट के मुकाबले इस बार 99 सीटों पर जीत दर्ज की है।

इसके अलावा पक्षिम बंगाल का हाल तो हम आपको बता ही चुके है जहाँ ममता बेनर्जी ने एक बार फिर से जीत हासिल कर BJP की दाल नहीं गलने दी साथ ही तमिलनाडु में भी बीजेपी के साथ ऐसा ही कुछ हुआ जहाँ उनका खाता नहीं खुल सका लेकिन इन सब के साथ ही इस रिजल्ट में इंडिया ब्लॉक जोड़ी को एक अलग ही फॉर्म में देखा गया, साफ़ शब्दों में कहे तो मोदी और योगी की जोड़ी के सामने अखिलेश यादव और राहुल गाँधी की इंडिया ब्लॉक जोड़ी स्टार के रूप में उभरी, वाक़ई 37 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने अपने बेहतरीन लोकसभा परफॉरमेंस को दिखाया है।

वैल आइये यहाँ हम लगे हाथ पांच सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों के बारे में भी जान लेते है, यहाँ सबसे पहले बात करते है मध्य प्रदेश की जहाँ इंदौर में भाजपा के शंकर लालवानी ने 1175092 के बड़े अंतर से कुल 1226751 मतों के साथ अपनी बड़ी जीत दर्ज की है।

वहीँ मध्य प्रदेश के विदिशा में भी कमल का जलवा ही देखने को मिला जहाँ भाजपा के शिवराज सिंह चौहान ने 8.21 लाख वोटों के साथ अपनी जीत हासिल की, यहाँ हम गुजरात को कैसे भूल सकते है जहाँ भाजपा के सीआर पाटिल ने नवसारी सीट पर बड़े मतों के अंतर से जीत हासिल की उन्हें टोटल 1031065 वोट मिले, वहीं गाँधी नगर सीट पर 7.44 लाख से ज्यादा वोटों के साथ अमित शाह ने जीत हासिल की लेकिन इन टॉप 5 उम्मीदवारों में कांग्रेस भी शामिल है जिसमे रकीबुल हुसैन ने असम के धुबरी से 10.12 लाख के अंतर से जीत हासिल की।

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