Imran khan ने जेल से कैसे जीता इलेक्शन?

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किस तरह जीता इमरान खान ने इलेक्शन? आखिर जेल मे बंद होने के बाद भी क्यू मिला उन्हें इतना सपोर्ट? नवाज़ शरीफ ने किस बात का दावा किया है? कितनी सीटों से है आगे इमरान खान? क्रिकेटर से राजनीति मे कैसे आये इमरान खान?

इमरान खान जो की पकिस्तान के वज़ीर ए आज़म के रूप में जाने जाते है, उन्होंने क्रिकेट की पिच से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक के सफर में हर मुश्किल चुनौती का डटकर सामना किया लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान से पूरे देश के कप्तान यानी कि वजीर-ए-आजम बने इमरान खान के लिए हालात बड़े ही सख्त रहे है, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी उनकी पॉपुलैरिटी का आलम तो ये है की पकिस्तानवासी उन पर दिल ओ जान लुटाने को तैयार है और उन्होंने जेल मे बैठे इमरान खान को जिताकर ये साबित कर दिया है लेकिन इमरान खान इस फील्ड मे कैसे आये और जेल मे रहने के बाद किस तरह जीते आइये ये जानते है।

इमरान खान का जन्म 5 अक्टूबर साल 1952 में लाहौर में हुआ था ,चार भाई बहनों में सबसे बड़े इमरान खान पश्तून परिवार में पले बढ़े है, उनकी पढ़ाई पाकिस्तान और यूनाइटेड किंगडम में हुई. इमरान खान में क्रिकेट का कीड़ा उनके परिवार की ही देन रहा. दरअसल, उनके दो बड़े चचेरे भाई माजिद खान और जावेद बुर्की पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के कप्तान रह चुके थे. अब बड़े भइया जो करेंगे वो तो छोटा भाई सीखेगा ही. सो इमरान खान ने भी घर की पाठशाला में क्रिकेट का पाठ पढ़ लिया।

बता दे पकिस्तान के लिए इमरान खान ने अपना पहला मैच साल 1971 में खेला था लेकिन टीम में खुद को  जमाने के लिए उन्होंने वक़्त लिया क्योंकि सवाल उनकी हायर स्टडी का भी था. यूनाइटेड किंगडम की oxford university से जब पढ़ाई पूरी हो गई तब इमरान खान सही मायनों में क्रिकेट में उतरे. 1980 के दशक की शुरुआत थी अब दुनिया इमरान खान को जानने लगी थी, और फिर साल 1982 में वो पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बने गए ,उनके गुड लुक और एथलेटिक टैलेंट की चर्चा होने लगी. इस तरह वो पाकिस्तान ही नहीं बल्कि इंग्लैंड में भी चर्चित हस्ती बन गए. उनके इमेज को इस तरह से उभारने में ब्रिटिश टैब्लॉइड प्रेस british tabloid press ने इम्पोर्टेन्ट भूमिका अदा की।

इमरान खान के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने पाकिस्तान के लिए 263 इंटरनेशनल मैच खेले, जिसमें 7516 रन बनाए और 544 विकेट लिए है. ये वो आंकड़े हैं जो उन्हें महान ऑलराउंडर की कैटेगरी में जगह दिलाते हैं.इमरान खान ने कुल 89 इंटरनेशनल मैचों में पाकिस्तान के कप्तान रहे. लेकिन उनके लिए सबसे बड़ा मौका साल 1992 में आया, जब उन्होंने पहली बार रंगीन लिबास में खेले गए वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को चैंपियन बनाया. वो पूरी दुनिया में अपने नाम का परचम लहराने वाले पाकिस्तान के पहले कप्तान बने. ये पहली बार था जब पाकिस्तान वर्ल्ड चैंपियन बना था. इस बड़ी कामयाबी के बाद उसी साल इमरान खान ने क्रिकेट से संन्यास भी ले लिया.

1992 में उन्होंने  क्रिकेट को अलविदा कह दिया और 1996 में उन्होंने अपनी पार्टी तहरीक ए इंसाफ बनाई. और, शुरू हुआ इमरान खान के क्रिकेटर से राजनेता बनने का सफर. साल 2002 में वो पहली बार सांसद बने. 2007 में जेल भी गए क्योंकि उन्होंने जनरल परवेज मुशर्रफ की criticism आलोचना की थी. 2013 में वो नेशनल एसेंबली के लिए चुने गए. इस वक्त तक उनकी पार्टी तहरीक ए इंसाफ भी पाकिस्तान की दूसरी बड़ी राजनीतिक पार्टी में बदल चुकी थी.

तारिख 25 जुलाई साल 2018 पकिस्तान में आम चुनाव का एलान किया गया , इमरान खान की पार्टी ने 5 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा. 116 सीटों के साथ उनकी पार्टी ने अपनी जीत दर्ज की और पाकिस्तान की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. 6 अगस्त 2018 को इमरान खान का नाम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के लिए नॉमिनेट हुआ और 18 अगस्त 2018 को वो पहली बार और पाकिस्तान के 22वें वजीर-ए-आजम बने.।

उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद ही उनके साथ कोर्ट का जैसे रिश्ता सा बन गया, इमरान खान पर साल 2018  से 2022  के दौरान प्रधानमंत्री पोजीशन का गलत तरीके से इस्तेमाल कर सरकारी उपहारो को खरीदने और बेचने का आरोप लगाया गया था। ये गिफ्ट  इमरान खान को विदेश यात्राओं के दौरान मिले  थे और जिनकी कीमत 140 मिलियन $ 635,000 से ज़्यादा थी।

 इसके बाद ट्रायल कोर्ट ने सुनवाई के बाद इमरान खान को संपत्ति छिपाने और सरकारी उपहार बेचने के मामले में दोषी माना, साथ ही साल 2022 अप्रैल में उन्हें प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया, इस मामले में उन्हें 14 साल की सज़ा सुनाई गयी, और 23 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. इमरान खान की राजनीतिक मुसीबतें पहले से ही बढ़ी हुई थी, इमरान पर पहले से ही पांच साल के लिए किसी भी राजनीतिक पद के लिए चुनाव लड़ने पर ban लगा हुआ था लेकिन अब इसे बढ़ाकर दस साल का कर दिया गया है, बता दे इमरान के खिलाफ 100 से ज़्यादा के मामले दर्ज है ,इमरान की पत्नी बुशरा को भी इस मामले में दोषी ठहराया गया और 14 साल की जेल की सज़ा सुनाई गयी । 

इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थको ने लाहौर , रावलपिंडी , बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा पेशावर और बन्नू शहरों में भी ज़ोरदार प्रदर्शन किया था , यहाँ तक की क्वेटा में इमरान खान के समर्थको और फाॅर्स के बीच हुई झड़पों में एक इंसान के मारे जाने की भी खबर आयी थी, इसके अलावा पूरे पकिस्तान में करीब 15 लोगो के मरने की खबर भी थी, साथ ही पीटीआई PTI वर्कर्स ने रावलपिंडी के आर्मी हेडक्वार्टर army headquarter में तोड़ फोड़ तक कर डाली थी, वही लाहौर में गवर्नर हाउस को जला दिया गया था, इन बातो से आप अंदाजा लगा सकते है की इमरान खान पाकिस्तान के लिए कितने एहम है और उनकी पॉपुलैरिटी पाकिस्तान में किस कदर है । 

बस इसी पॉपुलैरिटी के चलते पकिस्तान के इमरान खान जेल में होने के बाद भी अपनी छाप बाहर छोड़े हुए है, वो अभी फिलहाल जेल में है और तीन मामलो में सजा होने की वजह से वो अब चुनाव भी नहीं लड़ पाए है, यहाँ तक की उनकी पार्टी का निशान भी ज़ब्त कर लिया गया है और इसलिए उनकी पार्टी के नेताओ को निर्दलीय प्रत्याशी यानि independent candidate के रूप में मैदान में उतरना पड़ा है , हलाकि नतीजो की बात करे तो पाकिस्तान के चुनाव में इमरान खान की पार्टी के नेता आगे चल रहे हैं, चुनाव आयोग ने 265 मे से 224 निर्वाचन क्षेत्रों के रिजल्ट का एलान कर दिया है इमरान खान की पार्टी PTI मे निर्दलीय उम्मीदवारो को 98 सीट मिली है, वही पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन PML N पार्टी को 63 सीट हासिल हुई है। जबकि बिलावल भुट्टो की पीपीपी ने 50 सीटों पर जीत हासिल की है, वही अभी 20 सीटों पर नतीजा आना बाकी है । 

इस बीच भ्रष्टाचार के मामले में अदियाला जेल में बंद इमरान का एक भाषण सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस भाषण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई AI) का इस्तेमाल किया गया है, इसमें वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं की मेरे पाकिस्तानियों आपने कल वोट देकर अपनी हकीकी आजादी की बुनियाद रख दी है। मैं आपको 2024 का चुनाव जीतने पर मुबारकबाद देता हूं। मुझे आप सब पर पूरा भरोसा था कि आप वोट देने निकलेंगे। आपने मेरे भरोसे का मान रखा है और आपके भारी मतदान ने सबको हैरान कर दिया है । 

रिपोर्ट्स की माने तो इमरान खान को युवाओ का जमकर समर्थन मिला है, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले युवा बड़ी तादाद में इमरान खान के साथ जुड़े हुए है , एक लॉ स्टूडेंट ने कहा है की हम सुबह से शाम तक नतीजों को देख रहे थे, हलाकि अपने ग्रुप के नेताओ के नाम और उनके निशान याद रखना बेहद मुश्किल काम है क्यूंकि सबको अलग अलग निशान मिले है , शुक्रवार शाम चार बजे तक की बात करे तो इमरान के ग्रुप को सबसे ज़्यादा 92 सीट मिली थी, वही इमरान खान के समर्थको ने सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया जिसका असर देखने को भी मिला , हलाकि चुनाव के दिन इंटरनेट सेवा बंद होने की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा,

 अब आप सोच रहे होंगे की इमरान को इतना सपोर्ट मिल ही क्यों रहा है, तो आपको बता दे की इमरान खान को इतना सपोर्ट मिलने की वजह ये है की लम्बे समय से आर्थिक बदहाली से ऊब चुकी जनता ने सुधार की उम्मीद में इमरान खान को सपोर्ट किया है, वही इमरान को जेल में डाल देने की वजह से लोगो के बीच उनके लिए सपोर्ट और भी बढ़ गया है, इमरान खान एक सेलिब्रिटी के रूप में भी युवाओ में पसंद किये जाते है । 

वही नवाज़ शरीफ ने ये दावा किया है की PML N सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, ऐसे में वो अन्य दलों के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाने जा रहे है , नवाज़ शरीफ ने अपने भाषण में कहा है की हम सभी आज आपको बधाई दे रहे है क्यूंकि इन चनावों में PML N देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आयी है, साथ ही उन्होंने कहा की PML N गठबंधन सरकार बनाने के लिए PPP , MQM  P , J U I F  से कांटेक्ट कर रही है , वही नवाज़ शरीफ के इस दावे पर  पीटीआई PTI नेता शिरीन मज़ारी ने सवाल उठाया है, उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा है, कि नवाज़ शरीफ के पास सरकार बनाने का जनादेश यानि जनता कि राय नहीं है लेकिन वो ऐसा बर्ताव कर रहे है जैसे मानो जीत गए हो ये बेशर्मी है।

 पीटीआई PTI ने नवाज़ शरीफ पर पूरे चनाव में जमकर धान्द्ली का भी आरोप लगाया है, पार्टी ने एक्स पर पोस्ट किया की लाहौर के NA 128 में बड़े पैमाने पर धान्द्ली उजागर हुई है, रिटर्निंग returning अधिकारी ने हारने वाले उम्मीदवार से मुलाकात की और पुलिस की हेल्प से उन्होंने अपनी कार में आरओ RO ऑफिस से मतपेटियों को पहुंचाया, इसके बाद नकली स्टाम्प का इस्तेमाल करके फॉर्म 47 तैयार किया और गिनती के साथ छेड़छाड़ की है, अभी नतीजे सामने नहीं आये है, देखना ये है की आखिर किस पार्टी की सरकार ये बाज़ी मारेगी।

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