BJP vs Congress किसने देश को ज्यादा बर्बाद किया

bjp vs congress

BJP vs Congress

भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को रिप्रेजेंट करता है हमारी आजादी को 75 साल हो चुके हैं और अगर देखा जाए तो आज भारत पुरी दुनिया में एक उभरती हुई शक्ति बन गया और आप तो जानते ही होंगे की किसी भी देश को विश्व में शक्तिशाली बनाने में उसे देश की राजनीतिक समर्थन की बहुत ज्यादा भूमिका होती है राजनीति समर्थन यानी की राजनीतिक पार्टी और अगर बात की जाए देश की कौन सी पार्टी सबसे बेहतर है तो उसका जवाब देना मुश्किल हो जाता है

लेकिन उम्मीद है आज हम भारत की सबसे बड़ी और मजबूत पार्टीयों के बड़े में बताने वाले बीजेपी का नाम कांग्रेस कौन है हम सबको पता है की देश की सत्ता पर फिलहाल नरेंद्र मोदी का शासन है जो की 2014 से सरकार में बने हुए मीडिया रिपोर्ट्स का मानना के सरकार ने अपने निर्णय से राजनीति में बड़े बदलाव लाने का प्रयास किया असफल भी रहे हाल ही में देखने कोरोना जैसी भयंकर महामारी का सामना किया है पर फिर भी देश की विकास यात्रा बढ़नी जा रही है लेकिन ये साबित करने के लिए काफी नहीं है की बीजेपी देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी कांग्रेस से बेहतर है दोस्तों हम किसी भी पार्टी के कम की बात करें उससे पहले दोनों ही परियों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एक बार देख लेते हैं

पृष्ठभूमि

भारत की सबसे बड़ी और पूर्ण राजनीतिक पार्टी है कांग्रेस जिसने भारत पर 7 दशक तक राजकीय कांग्रेस की स्थापना अंग्रेजन के राज में 28 दिसंबर 1885 में हुई थी ये तारीख इतिहास में खास है हमें रखती है क्योंकि इस तारीख को जी पार्टी के निर्माण हुआ उसने आजादी के समय से देश के सभी उतार चढ़ा को देखा पर आज का दूर कुछ ऐसा आया है की कांग्रेस को अपने अस्तित्व में बनाए रखना के लिए लड़ाई लड़नी पद रही है जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी राजीव गांधी और सोनिया गांधी के नाम से चलने वाली कांग्रेस पार्टी आज लड़खड़ा रही है

वहीं दूसरी तरफ आत्मिक विश्वास से भारी हुई बीजेपी पार्टी जी ने विरासत में बनी बनाई सत्ता तो नहीं मिली लेकिन साल 1980 से लेकर अभी तक का इनका सफर बड़ा दिलचस्ले कर दशक के दौरान दो लोकसभा सीटों से 303 सीटों तक का लंबा सफर बीजेपी ने बड़े उतार-चढ़ाव के साथ ते किया अभी शुरुआत अटल बिहार वाजपेई जी और आडवाणी जी की जोड़ी के साथ हुई थी जो अब मोती और अमित शाह की जोड़ी तक ए गई है

AFTER INDEPENDENCE

जब अंग्रेज हमारे देश को छोड़कर गए तब कमांड कांग्रेस के हाथ उसे वक्त देश में एक सोई भी नहीं बनाई जा शक्ति थी बिजली ये समस्या और खाली ख़ज़ाने का सामना भी करना पद रहा था जब अंग्रेज भारत से गए तब इन सबसे बड़ी मुश्किलें थी अर्थव्यवस्था सुधार लोकतंत्र लाना और देश को एकता के सूत्र में बांधना नेहरू ने अर्थव्यवस्था के लिए इंडस्ट्रीज को शुरू करना जरूरी समझा और इन सब ने कांग्रेस ने हम भूमिका निभाई है 1966 से 1984 तक इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ और गरीबी के विरोध की लिए कम किया सत्ता को सेंट्रलाइज करने का कम भी इंदिरा गांधी ने किया जब इंदिरा गांधी के बाद राजीव गांधी सत्ता में तब भी अच्छा कम हुआ यहां से आधुनिक भारत के न्यू रखेंगे कम शुरू हुआ

इसके बाद सोनिया गांधी आधुनिक राजनीति का दूर लेकर आए रोजगार गारंटी बिल सूचना का अधिकार और शिक्षा का अधिकार जैसे बड़े मुद्दों पर उन्होंने कम किया कांग्रेस ने 17 साल में देश की सी के लिए हथियार शिक्षा के लिए और विश्वविद्यालय कारखाने बिजली विमान और टैंको में खूब बढ़ोतरी बीजेपी नेता अटल बिहार वाजपेई जी तीन बार प्रधानमंत्री बने एक बार 13 दिन के लिए दोबारा 13 मीना के लिए और फिर 2004 से 2009 तक उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया

अटल बिहार जी ने शिक्षा के क्षेत्र में कम किया भारत को परमाणु संपन्न देश बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा साथ ही उन्होंने दूर संचार क्षेत्र मेट्रो की और भी हरि झंडी दी वहीं 2014 में अच्छे दिन लाने के लिए बीजेपी नई लहर दुदाई गई बीजेपी की नेतृत्व में भारत अभी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की लाइन में है जिन-जिन मुद्दों पर कांग्रेस ने अपने कम पीछे डालिए जैसे की तीन तलाक राम मंदिर 370 पर बीजेपी ने बाढ़ चढ़कर कम किया और सफल परिणाम भी सामने आई

2011 से चल रहा अन्ना हजारे आंदोलन और 2020 से चल रहा किसान आंदोलन

क्या दोनों आंदोलन में किसी तरह की संभावना अच्छी जा शक्ति अन्ना हजारे आंदोलन कांग्रेस के सरकार के घोटाले के खिलाफ था इस आंदोलन से कांग्रेस पूरे देश में भ्रष्ट सरकार की छवि बनाई थी जिसका सियासी फायदा बीजेपी ने देशभर उठाया बात तो साफ है की 2014 में कांग्रेस की हर का एक कारण अन्ना हजारे आंदोलन

बात की जाए किसान आंदोलन की तो ये भी बीजेपी की छवि पे दाग लगा जहां बीजेपी कहती है की वो किसने के लिए सच्ची निष्ठा से कम करती है तो वहीं किसने ने आंदोलन करके इस बात पर सवाल खड़ा कर दिया की आखिर क्यों बीजेपी राज में किसने को सड़क पर उतारना पड़ा सड़क के लिए क्या सच में दोनों परियों अपना कर्तव्य निभा रही हैं

INFRASTRUCTURE

सबसे पहले अगर हम इंडिया के INFRASTRUCTURE की बात करें तो इंडिया आज अपने जीडीपी का कर फीस तीन फॉरस्ट्रक्चर पर खर्च करता है कांग्रेस ने 2009 से 2014 तक अपने शासनकाल के अंदर 11.7 किमी प्रतिदिन सड़क बनाई हुई भाजपा ने 2014 से 2019 तक 27 किमी प्रति दिन के रेड से सड़के बनाई जिसके वजह से हमारे ग्रामीण इलाके जो की 2014 तक शहर और राष्ट्रीय राजमार्ग से केवल 56% जुड़े थे अब 88% जुड़ गए सिर्फ सड़के ही नहीं

अगर हम रेलवे लाइन की बात करें तो कांग्रेस ने रेलवे लाइन बचाने के लिए 2.3 लाख करोड़ खर्च किया वहीं बीजेपी ने 3.83 लाख खर्च किया जहां कांग्रेस ने 7600 बिठा थी वहीं बीजेपी ने 9500 लाइंस परियों के लेट प्रोजेक्ट्स में ज्यादा फर्क नहीं था पर इंफ्रास्ट्रक्चर की रेस में बीजेपी जीत गई

POLICIES

अगर बात करें नेशन कार्यक्रमों की तो बीजेपी ने 2014-19 के बीच में मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटी मिशन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जन धन योजना

वहीं कांग्रेस ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 जारी किया जिसमें 614 साल के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा साथी स्ट्रीट वंडर्स के लिए कानून भी है और शायद इसी वजह से 2019 के चावन के दोनों ही परियों की घोषणा पत्र बहुत समाज है

लेकिन दोनों ही परियों की विचारधारा लगता हैं जैसे की जहां बीजेपी धारा 370 हटाना चाहती है तो वहीं कांग्रेस ने लोगों को संवैधानिक बदलाव ना करने देने का वादा किया था जबकि दोनों ही पार्टी जम्मू और कश्मीर की शांति चाहती थी

कांग्रेस ने अपनी सत्ता के समय कॉरपोरेट्स को फंड दिया जिसके मुताबिक भारत का बड़ा हुआ यानी की नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट कांग्रेस की गलती है इस तरह डिमॉनेटाइजेशन के बाद जीएसटी को लाने से भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ जो बीजेपी की गलती है हालांकि इकोनामी को दोनों ही पार्टी जो नुकसान पहुंचा पर अगर बात पॉलिसीज की करें तो काफी फर्क है आपका क्या ख्याल है

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