हम सब जानते हैं कि समुद्र बेहद विशाल होता है और धरती का अधिकतर हिस्सा महासागरों से भरा हुआ है, पर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये समुद्र कितना गहरा होगा? (How Deep is the Ocean?) आपने कई ऐसी फिल्में देखी होंगी जिनमें लोग समुद्र के अंदर डूब जाते हैं. कई फिल्मों में लोग स्कूबा डाइविंग करने भी पानी के अंदर जाते हैं मगर हर बार ये सवाल मन में जरूर आता होगा कि समुद्र का बेस (Base of Ocean) कितनी नीचे होगा। चलिए आपके इस सवाल का जवाब हम देते हैं।
एक लाइन में बताना हो तो हम यही कहेंगे कि समुद्र बहुत गहरा (Ocean Depth) है। इस ‘बहुत’ का अंदाजा लगा पाना किसी के लिए भी नामुमकिन सा है क्योंकि समुद्र इंसान की सोच से भी ज्यादा गहरा है। द कनवर्सेशन वेबसाइट के अनुसार 500 साल पहले से नाविक समुद्र के बारे में ज्यादा जानने के लिए यात्रा पर जा रहे हैं. मगर उन्हें लंबे वक्त तक इसका सही पता नहीं चल पाया। विज्ञान ने आज इतनी तरक्की कर ली है की वो हर ऊंचाई को छुने की कगार पर लगा हुवा है लेकिन कुछ ही वैज्ञानिक हैं जो समुद्र कितना गहरा है इस सवाल को जानने में जुटे है|
हालंकि समुद्र कितना फुट गहरा है ये सवाल कर किसी के मन में एक बार जरुर आता होगा। ये कहा जाता है कि दुनिया हमारी सोच से भी बड़ी है। लेकिन क्या आपको पता है कि समुद्र पृथ्वी से भी बड़ा और गहरा है। अगर आपको इनमें से कुछ भी नहीं पता तो आज हम आपको बताएंगे कि समुद्र कितना गहरा है और समुद्र में कौन कौन रहता है क्योंकि आप कभी भी समुद्र की इतनी गहराई में नहीं जा पाएंगे।
समुद्र के नीचे क्या है
और क्या आपको पता है कि अगर पूरी पृथ्वी को तोड़ कर समुद्र में डाल दिया जाए तो दो मील तक पृथ्वी डूब सकती है। आपको तो पता ही होगा कि पृथ्वी में तीन चौथाई हिस्सा पानी से डूबा हुआ है और एक चौथाई हिस्से में सिर्फ जमीन पाई जाती है। इसलिए आज हम आपको इस Post में समुद्र के उस गहराई तक पहुंचाऊंगा जिसे आपने कभी भी खयालों में नहीं सोचा होगा। तो इस Post को लास्ट तक जरूर देखना मिस बिल्कुल मत करना।
माउंट एवरेस्ट को भी अपने में समा सकता है समुद्र
आपको बता दें कि बुर्ज खलीफा 830 मीटर ऊंची इमारत है जबकि दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़, माउंट एवरेस्ट 8,849 मीटर ऊंचा है. इसका अर्थ है कि मरियाना ट्रेंच में ही माउंट एवरेस्ट से ऊंचा पहाड़ समा सकता है। इन दिनों फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिखाया गया है कि समुद्र कितना गहरा होता है और अलग-अलग इमारतों से समुद्र की गहराई की तुलना की गई है। इसमें बंगाल की खाड़ी से लेकर आर्कटिक ओशन तक का जिक्र है। सबसे आखिर में आता है 11 हजार मीटर की गहराई पर मरियाना ट्रेंच। तो आसान भाषा में आपको बता दें कि समुद्र 11 हजार मीटर यानी करीब 11 किलोमीटर तक गहरा है और मरियाना ट्रेंच धरती की सबसे गहरी जगह है।
हम समुद्र में कितनी गहराई तक जा सकते हैं?
आमतौर पर हम जब समुद्र के 40 मीटर की गहराई में जाते हैं तो वहां हम स्कूबा ड्राइविंग करते हैं। लेकिन जब हम 73 मीटर की गहराई में जाते हैं तो समुद्र उतना गहरा होता है। मानो ताजमहल और कुतुब मीनार को समुद्र में उल्टा डाल दिया हो। वही आपको Lusitania जहाज के तलवे पर जाना है तो आपको 93 मीटर की गहराई तक जाना होगा। लेकिन जब आप 100 मीटर की गहराई में जाओगे तब आपको यहां पर की स्कूबा डाइविंग करने में बहुत ही मुश्किल पैदा होगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि वहां डिप्रेशन सिक्वेंस होता है।
समुद्र कितना किलोमीटर गहरा है
- जब हम समुद्र के 443 मीटर की गहराई में जाएंगे तो वो गहराई इतनी होगी कि एक इस्टेट एंपायर बिल्डिंग को उल्टा खड़ा कर दे उतना
- इसके अलावा जब हम 500 मीटर की गहराई तय करेंगे तो उस जगह पर दुनिया का सबसे बड़ा जीव ब्लू व्हेल तैरता है।
- उसके बाद जब हम 535 मीटर की गहराई को तय करेंगे तो उस जगह गहराई इतनी है कि वहां पर एम्ब्रेयर पेंगुइन मिलते हैं।
- इसके बाद जब आप 830 मीटर की गहराई को तय करोगे तो वो गहराई कितनी होगी। की बुर्ज खलीफा को उल्टा ढाल दिया हो।
- वहीं अगर हम एक 1000 मीटर की गहराई को तय करते हैं तो उसे इसकैरी जोन के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस स्तर के बाद सूरज की रोशनी नहीं आ पाती।
दुनिया का सबसे गहरा समुद्र कौन सा है
उसके बाद जब आप 1280 मीटर की गहराई को तय करोगे तो वहां पर आपको लैदर बैग कछुए नाम के कछुए नज़र आएंगे। वहीं जब आप दो हज़ार मीटर की गहराई को तय करोगे, उसके बाद आपको ब्लैक ड्रेगन मिलेंगे जो कि बेहद ही खतरनाक होते हैं। इसके बाद जब आप चार हज़ार 267 मीटर की गहराई को तय करोगे तो उसे समुद्र का एवरेज गहराई माना जाता है। लेकिन जब आप छह हज़ार मीटर की गहराई पर पहुंचेंगे तो आपको हडल जोन मिलेगा जहां पानी का दबाव जमीन के मुकाबले 1100 ज्यादा होता है।
समुंदर कितना किलोमीटर दूर है?
इसके बाद जब आप छह हज़ार पाँच मीटर की गहराई में जाओगे तो उस गहराई में डीएसपी एलवाईएफ पनडुब्बी तैरती है। इसके अलावा जब आप आठ हज़ार 848 मीटर की गहराई में जाओगे तो उस गहराई को रोहतक स्थित माना जाता है।
लेकिन जब आप 10 हज़ार 898 मीटर की गहराई में जाओगे तो आपको पता चलेगा कि जेम्स कैमरन ने डीप सिटी चैलेंज के तहत समुद्र की गहराई नापी थी। आखिरकार जब आप 10 हज़ार 994 मीटर की गहराई में पहुंच गए तो उस गहराई को अंतिम स्तर माना जाता है और उसे मरियाना ट्रेंच और चैलेंज डीप का डीप कहा जाता है।
गहरे समुद्र के अंदर क्या है?
हैरानी वाली बात यह है कि यह इस्तर भी समुद्र का अंतिम स्तर नहीं है क्योंकि साइंटिस्ट अभी तक समुद्र का सिर्फ 5% का अनुमान लगा पाए हैं। बाकी के 95% अभी भी बाकी है, जिसमें कि हम सोच भी नहीं सकते कि वहां कितनी गहराई हो सकती है और उसमें किस तरह के जीव जंतु पाए जाते होंगे। शायद फीचर में वैज्ञानिक ऐसी टेक्नोलॉजी को जन्म दें कि हम और भी गहराई में जा सकते हैं।