Pablo Escobar: दुनिया का सबसे अमीर और खुंकर ड्रग माफिया

Pablo Escobar

जुर्म की दुनिया का एक ऐसा नाम जिसे आज भी इतिहास का सबसे अमीर अपराधी माना जाता है? एक ऐसा माफिया जो ड्रग्स की सप्लाई करने के लिए सबमरीन्स का यूज़ करता था? एक ऐसा खूंखार डॉन जो लोगों को हमेशा दो चॉइस देता था या तो उसकी बात मानो या फिर मौत के गले लग जाओ? ऐसा माफिया जिसे किंग ऑफ़ कोकेन कहा जाता था? पर कौन है ये माफिया ? क्या है इसकी पूरी कहानी? चलिए जानते है ?

आज हम आपको एक ऐसे खूंखार माफिया से रूबरू कराने जा रहे है जिसकी कहानी आपको अंदर से हिलाकर रख देगी, कुछ समय पहले हुए हादसे के बारे में तो आप जानते ही होंगे जिसमे बॉलीवुड और ड्रग्स को लेकर काफी ख़बरें आ रही थी और ये ममला था एक्टर सुशांत सिंह की मौत का, वैसे इल्लीगल ड्रग्स का बिज़नेस आज से नहीं बल्कि काफी पुराने समय से चल रहा है और आज भी कई ड्रग माफिया पूरी दुनिया में अपना बिज़नेस चलाते है लेकिन आज हम जिस ड्रग माफिया की बात करने जा रहे है उसने कई सालों तक पूरी दुनिया को ड्रग्स सप्लाई किया था और ये तो कुछ नहीं बिज़नेस के बीच आने वाले करीब 15 हज़ार लोगों को मारा था, जी हाँ सही सुना आपने, बिना देरी किए बतादे यहाँ ड्रग माफिया पाब्लो एमिलियो एस्कोबार गैविरिया (Pablo Emilio Escobar Gaviria) की बात हो रही है जो पूरी दुनिया में किंग ऑफ़ कोकेन के नाम से कुख्यात था। 

इस कहानी की शुरुआत होती है 1 दिसंबर साल 1949 से जब कोलंबिया के Rionegro (रिओनग्रो) में रहने वाले एक गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ जो आगे चलकर कोलंबिया के लिए एक बड़ा खतरा बन गया। इसके पिता किसान थे वहीँ इसकी माँ एक टीचर, दोनों के 7 बच्चे थे जिनमे से तीसरे नंबर पर पाब्लो था। घर की आर्थिक स्तिथि शुरुआत से ही ठीक नहीं थी , पाब्लो ने बचपन से ही गरीबी को देखा और पैसे की तंगी को देखते हुए वो अपनी टीन ऐज में ही गलत काम करने लग गया, वैसे बताया जाता है कहीं ना कहीं उसके गलत काम को बढ़ावा देने वाली उसकी माँ थी , बताया जाता है एक बार पाब्लो स्कूल में एग्जाम पेपर की चोरी में पकड़ा गया था और जब पाब्लो की मां को उसके इस कांड के बारे में लता चला तो उन्होंने पाब्लो को ऐसी सलाह दी जो शायद दुनिया की कोई मां नहीं दे सकती, पाब्लो की माँ ने उससे कहा की चोरी करना गलत नहीं है चोरी करके पकडे जाना गलत बात है।   

शुरुआत में ही इतनी छूट मिलने के बाद पाब्लो क्राइम की दुनिया में आगे बढ़ता गया, कुछ समय तक तो वो रिओनग्रो ने रहा लेकिन आगे चलकर वो मेडेलिन Medellin में शिफ्ट हो गया और यहाँ से उसने क्राइम को अपना करियर बना लिया।    

ड्रग सप्लाई करने से पहले उसने कई इल्लीगल धंदे किए जैसे गैर कानूनी सिगरेट बेचना , नकली लॉटरी टिकट बेचना , मोटर व्हीकल चोरी करना,, इस तरह के कई कामो में वो शामिल हुआ लेकिन एक बार पुलिस के एक छापे की वजह से उसे अपने इस काम को बंद करना पड़ा। बताया जाता है कि उसने अपने जीवन में एक बात ठानी थी की अगर वो 22 साल की उम्र तक मिलिनिअर नहीं बना तो वो खुद को गोली मार लेगा और बताया जाता है कि अपने इस टारगेट को पूरा करने के लिए उसने एक व्यक्ति को किडनैप भी कर लिया था जिसकी फिरौती में उसने करीब 1 लाख अमेरिकी डॉलर मांगे थे लेकिन उससे भी उसका टारगेट पूरा नहीं हो सका, जिसके बाद उसने क्राइम की दुनिया में और आगे क़दम बढ़ाया। उसने मेडेलिन के ड्रग माफिया को ज्वाइन किया और ड्रग सप्लाई का काम करने लगा।       

वो जब इस धंदे में कूदा तब उसने देखा की भाई इस धंदे में तो खूब पैसा है और इस तरह काफी समय तक वो यही काम करता रहा और ऐसे ही एक दिन उसे कोकेन सप्लाई करने का मौका मिला लेकिन किसी बात पर पाब्लो की ड्रग डीलर से लड़ाई हो गई और लड़ाई यहाँ तक बढ़ गई की पाब्लो ने उसकी हत्या कर दी और वहां से कोकेन केलर भाग गया, जिसके बाद उसे पता चला की असली पैसा तो कोकेन की स्मगलिंग में है। 

इसके बाद उसने कोकेन स्मगलिंग करने का फैसला लिया। पाब्लो शुरुआत से ही तेज दिमाग का था वो पुलिस को अच्छे से चकमा देना जानता था , इसी दौरान उसने देखा की USA में भी कोकेन के चाहने वालों की कोई कमी नहीं है इसलिए उसने एक plan और एक एयर स्ट्रिप को बनाया जिसका यूज़ करके वो अमेरिका तक अपने धंदा चलाया  करता था। उसके शातिर दिमाग की बात की जाए तो भई वो प्लेन के टायर्स में कोकेन छिपा कर स्मगल किया करता था और ये तो कुछ नहीं उसने कोकेन स्मगल करने के कई अलग अलग तरीके अपनाये, जैसे उसने मछलियों के पेट में कोकेन भरके स्मगलिंग की और तो और उसने अपने सबमरीन्स भी खरीद लिए थे और इन सब का यूज़ करके वो लगभग हर रोज़ 15 टन तक कोकेन बेच दिया करता था और अपने इस बिज़नेस में वो हर रोज़ लगभग 400 करोड़ रूपए कमा लिया करता था। 

पाब्लो अपने इस धंदे से खूब पैसे वाला बन गया था और अपने जिस सपने को वो पूरा करना चाहता था वो उसने अपनी उम्र से पहले ही कर लिया, बतादें उसका एक उसूल था अगर तुम मेरे साथ हो तो मैं तुम्हे पैसे से मालमाल कर दूंगा लेकिन अगर खिलाफ होते हो तो तुम्हारे साथ तुम्हारा ख़ानदान भी तबाह कर दूंगा, यही तो है Plata O Plomo ” यानी सिल्वर और Lead जिसका मतलब है पैसा या मौत।  

इस तरह से पाब्लो का स्मगलिंग नेटवर्थ हर जगह तेजी से बढ़ता गया और अगर कोई बड़ा अधिकारी भी उसके धंदे के बीच आता तो वो उसे पैसे देकर चुप कर देता, अब ये भी बात सच है कि अगर उसके इस ऑफर को कोई ठुकराता तो उसे मौत को गले लगाना पड़ता था , बतादे उसने अपने धंदे के दौरान लगभग 4 हज़ार से भी ज्यादा सरकारी अधिकारियों को मौत के घाट उतारा था।     

आपको ये बात सुनकर हैरानी होगी की वो अपने पाइलेट्स को लगभग 4 करोड़ रूपए तक देता था , खेर इन सब के अलावा उसे पॉलिटिक्स में भी काफी इंट्रेस्ट था। उसके शातिर दिमाग के तो क्या ही कहने?अपने सभी बुरे कामों के साथ उसने कई स्कूल्स, चर्चेस और फुटबॉल ग्राउंड बनवाये और इसके पीछे उसका सिर्फ एक ही मकसद था की लोग उसे अपना मसीहा मानने लग जाए और हुआ भी कुछ ऐसा ही वो वहां के लोगो के लिए उनका रोबिनहुड बन चुका था।     

इन सब से उसको फ़ायदा ये था की उसे लोगों का सपोर्ट मिल जाएगा साथ ही पुलिस से छिपने के लिए घर भी और ऐसा ही हुआ, लोगो का सपोर्ट मिला और आगे चलकर वो कोलम्बियाई Liberal Party में भी शामिल हुआ। इसका मतलब ये था की पाब्लो को अपने लिए प्रोटेक्शन मिल चुका था, अब यहाँ तक पाब्लो की लाइफ में सब मस्त चल रहा था लेकिन साल 1984 के आसपास के उस दौर ने पाब्लो की लाइफ को बदल डाला। असल में rodrigo lara bonilla नाम के एक लॉयर और पॉलिटिशियन थे, जिन्होंने पाब्लो की क्रिमिनल हिस्ट्री को सबके सामने रख दिया और फिर क्या था? हार मानकर पाब्लो को पार्टी से रिसाइन देना पड़ा लेकिन इसकी कीमत rodrigo को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।  

एक दिन जब rodrigo अपने ऑफिस से निकले तब एक बाइक पर सवार दो लोग उनकी कार का पीछा कर रहे थे और आगे चलकर वो बाइक rodrigo की गाड़ी के बगल में आ गई और अचानक पीछे बैठे बंदे ने राइफल निकाल कर rodrigo को मारना शुरू कर दिया और rodrigo की वहीँ मौत हो गई। इसके बाद तो पाब्लो की दरिंदगी बढ़ती गई और इसके शिकार कई नेता लोग हुए, जिनमे से एक luis galan भी थे जिन्हे उनकी रैली के बीच स्टेज पर गोली मार के मौत के घाट उतारा था। इसके बाद पाब्लो ने प्रेजिडेंट कैंडिडेट का मर्डर कर दिया और पुलिस हेड क्वार्टर्स में भी बम ब्लास्ट कराया, जिसकी वजह से लगभग 45 लोगों की मौत जबकि करीब 400 लोग घायल हो गए।   

इस तरह से पाब्लो दिन बा दिन अपनी दरिंदगी की हदें पार करता गया और अपना खौफ लोगों में कायम करता रहा, किसी की जान लेना पाब्लो के लिए जरूरत नहीं बल्कि आदत बन चुकी थी। उसने अपने हिटमेन की एक फाॅर्स बनाई थी जिसे Sicarios का नाम दिया था और इन्हे पुलिस वालों को ढूंढ ढूंढ कर मारने के लिए कहा जाता था। अब यहाँ तक एक मामुली सा सप्लायर ऐसा डॉन बन चुका था जो कभी भी किसी को भी टपका सकता था चाहे उसके सामने कोई जज हो , पॉलिटिशियन या फिर कोई अपना ही क्यों न हो, वो कभी छिप के वॉर नहीं करता था, बम ब्लास्ट और मोटर साइकल शूट पाब्लो के तरीके थे जिससे वो अपने दुश्मनो , सरकार और दुनिया भर के लिए एक मेसेज छोड़ देता था।        

कोलम्बिया में पाब्लो ने जमकर अपना हाहाकार मचाया, उसे कोलंबिया में कोई नहीं रोक सकता था लेकिन कहते है न एक दिन पाप का घड़ा तो भारत ही है ऐसा ही कुछ इस दरिंदे के साथ भी हुआ। अमेरिका पाब्लो के ऊपर एक बड़ा खतरा बनकर आया , असल में अमेरिका और कोलंबिया के बीच extradition treaty है और इसके चलते पाब्लो जिंदगी भर अमेरिका की जेल में सड़ सकता था और इससे बचने के लिए उसने सरकार को कई ऑफर दिए वो सरकार का सभी विदेशी कर्ज चुकाने के लिए तैयार हुआ , साल 1991 में उसने अपने आप को सरेंडर भी कर दिया लेकिन यहाँ उसने दो शर्ते रखी एक ट्रीटी हटाने की और दुसरी वो अपनी जेल खुद बनाएगा। 

पाब्लो ने अपनी जेल एक आलीशान महल की तरह बनवाई लेकिन उसके क्राइम अभी भी कम नहीं हुए बल्कि बढ़ते चले गए और आलम कुछ ये था की कोलम्बिया को मर्डर कैपिटल ऑफ़ द वर्ल्ड कहा जाने लगा। ऐसे हालात को देखते हुए सरकार ने एक टास्क फाॅर्स तैयार की लेकिन जब फाॅर्स के दो अफसर उससे मिलने गए तब पाब्लो उनको मारकर वहां से भाग गया, जिसके बाद वो दर दर भटकता रहा लेकिन एक दिन अपने बेटे से फ़ोन कॉल पर बात करते हुए पुलिस ने उसको ट्रैक कर लिया जिसके बाद आख़िरकार 2 दिसंबर 1993 को पाब्लो की मौत हो गई।    

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