क्या आपको पता है अमेरिका क्यों लौकी को महंगे दामों पर भी खरीद रहा है? क्यों लौकी को पावर हाउस कहा जाता है? क्या आप जानते हैं – लौकी में कितने न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं? जानेंगे लौकी से जुड़े ऐसे ही दिलचस्प सवालों के जवाब और लौकी के हैरतअंगेज बैनिफिट्स के बारे में।
लौकी में पाए जाने वाले Nutrients के बारे में जानकर आपको हैरानी होगी कि इसमें कैलोरी, कार्ब्स, फैट, कोलेस्ट्रॉल, विटामिन ए, विटामिन बी 1, विटामिन बी 2, विटामिन बी 3, विटामिन सी, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, और फास्फोरस जैसे 10 से भी ज्यादा न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। इसलिए इसे न्यूट्रिएंट्स का पावर हाउस भी कहा जाता है और क्योंकि ये आसानी से डाइजेस्ट भी हो जाती है इसलिए इसमें पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स को बॉडी भी आसानी से और बड़ी क्वान्टिटी में ऑब्ज़र्ब कर लेती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण मौजूद होते हैं, जिससे ये हमारी बॉडी को फ्री रैडिकल्स से बचाती है। यही वजह है कि लौकी को सेहत के लिए फायदेमन्द माना जाता है। जबकि अकसर लोग इसे खाना पसन्द नहीं करते।
हाँ जो लोग हैल्थ कॉन्सियस होते हैं वो ज़रूर इसका सेवन करते हैं और लौकी को तीन तरीके से यूज़ करते हैं। लौकी की सब्जी बनाकर खाते हैं या लौकी का जूस निकाल कर पीते हैं या कुछ लोग लौकी का हलवा बनाकर भी खाते हैं।
लेकिन ऐसा नहीं है कि लौकी के फायदे अचानक से फूट पड़े हैं, बल्कि यह फायदे दूसरों से चली आ रही है, चलिए आपको एक किस्सा भी बताते हैं, जो जुड़ा हुआ है राजीव दीक्षित से। लोगों को भारतीय मान्यताओं के प्रति जागरूक करने वाले राजीव दीक्षित बताते हैं कि उनकी दोस्ती अमेरिका के एक डॉक्टर David Norris से हुई थी। जिनके ऊपर आयुर्वेद का खासा प्रवाह पड़ा था। इसीलिए जब उन्हें लौकी के फायदों के बारे में पता चला तो उन्होंने अपने पेशेंट्स को लौकी का जूस पीने की सलाह दी। लेकिन क्योंकि लौकी वहाँ ज्यादा नहीं उगाई जाती थी, इसलिए वहां भारत जैसे दूसरे देशों से लौकी को इम्पोर्ट किया जाने लगा, यही वजह है कि अमेरिका जैसे देशों में जहाँ लोग हैल्थ को लेकर काफ़ी सजग रहते हैं अब वहाँ पर लोग लौकी के जूस और लौकी से बनने वाली डिशेज का सेवन ज्यादा करने लगे हैं। इसीलिए अमेरिका में लौकी महंगे दामों पर भी खरीदी जा रही है।
लेकिन लौकी के जूस के बारे में ये बात हमेशा ध्यान रखें कि लौकी का जूस बनाने के लिए हमेशा ताजा लौकी ही खरीदें और ध्यान रखें कि अगर लौकी में थोड़ी भी कड़वाहट हो तो उसे इस्तेमाल ना करें। वहीं ये भी जान लें लौकी का जूस सुबह के समय पीएं । औऱ रोज़ सिर्फ़ 1 गिलास जूस ही लें, लौकी की सब्जी भी एक कप से ज्यादा न खाएं तो अच्छा है । क्योंकि इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जिनके बारे में हम बाद में बताएंगे, लेकिन उससे पहले चलिए इसके फायदों के बारे में जान ले ते हैं।
- वजन, कॉलेस्ट्रॉल कम करने में फायदेमन्द लौकी
अकसर जब भी सर्दियाँ आती हैं तो लोगों का वजन बढ़ने लगता है । जिसका कारण मैन रीज़न होता है। भइया ठण्ड है कौन भला बाहर जाए। इसलिए आलस के चलते घूमना घामना होता नहीं है , नतीजा मौटापा। इसलिए न सिर्फ़ सर्दियों में बल्कि नार्मली भी आप अपना वजन कम रखना चाहते हैं या नहीं बढ़ने देना चाहते तो लौकी का जूस पीना शुरु कर दें। क्योंकि इसके सेवन से शरीर डिटॉक्स होता है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है। लौकी में कैलोरी , फैट और कोलेस्ट्रॉल बहुत ही कम होता है , वहीं फाइबर काफी क्वांटिटी में मिलता है। इसलिए इससे खाने को पचाने में मदद मिलती है और फाइबर की वजह से लम्बे समय तक ऐसा लगता है कि पेट भरा हुआ है इसलिए भूख कम लगती है। इस तरह वजन कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा एक स्टडी के मुताबिक लौकी के जूस के रोजाना इस्तेमाल से ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने और कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद मिलती है । यदि आप लगातार 90 दिनों तक खाली पेट लौकी का जूस पीते हैं तो इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाने में मदद मिलती है।
- रक्तचाप के लिए लौकी के फायदे
क्योंकि लौकी में पोटैशियम भी पाया जाता है इसलिए लौकी की सब्जी या जूस से बीपी के पेशेंट्स को फायदा पहुँचता है। क्योंकि पोटैशियम बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसी तरह इसमें उच्च घुलनशील डायटरी फाइबर होता है, जो आपके रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करता है।
- पाचन क्रिया के लिए
स्टडीज़ के मुताबिक लौकी का जूस पेट की सेहत के लिए भी अच्छा होता है । लौकी में क्योंकि फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट काफ़ी मिलते हैं इसलिए लॉकी का जूस डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को क्लिंज करके बाउल मूवमेंट सही करता है, इससे Digestive System को काफ़ी बेनिफिट मिलता है । पानी की मात्रा ज्यादा और कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने की वजह से ये आसानी से डाइजेस्ट हो जाती है और पाचन क्रिया सही तरीके से काम करती है । इसलिए बीमार होने पर या पेट जुड़ी किसी समस्या के समय लौकी के सेवन की सलाह दी जाती है। वहीं इसमें मौजूद अल्कलाइन कंटेन्ट की वजह से एसिडिटी की समस्या में भी राहत मिलती है। और जैसा कि हम जानते हैं कि सर्दी हो या गर्मी, कब्ज की समस्या से अक्सर लोग परेशान रहते हैं। इसलिए लौकी का जूस काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
वहीं लौकी का जूस शरीर में जमा गन्दगी को बाहर निकालने में भी मदद करता है। इसलिए इसे नैचुरल क्लींजर भी कहते हैं। इसके अलावा लॉकी के जूस से डायरिया की समस्या भी दूर होती है।
साथ ही साथ लौकी का जूस किडनी के लिए भी अच्छा होता है, क्योंकि यह किडनी में सूजन को कम करने में मदद करता है। साथ ही, इसमें मौजूद लो फैट और हाई डायटरी फाइबर इसे किडनी के लिए बेस्ट सब्जी बनाते हैं, क्योंकि इसे आसानी से पचाया जा सकता है।
- हार्ट के लिए फायदेमन्द होती है लौकी
एक रिसर्च के मुताबिक लौकी में इसमें एंटीहाइपरलिपिडेमिया, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं। इसलिए लौकी के सेवन से blood lipid level बेलेन्स में बने रहने में मदद मिलती है, इससे दिल की सेहत भी ठीक रहती है। इसलिए लौकी को हार्ट के लिए आयुर्वेद और वैकल्पिक चिकित्सा के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
- मधुमेह के लिए
लौकी में एंटी डायबिटीज गुण पाए जाते है, जिससे ब्लड से ग्लूकोज को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही लौकी इंसुलिन सीरम को बढ़ाने में भी मदद करती है। इसलिए लौकी को डायबटीज़ के इलाज के लिए घरेलू नुस्खों में शामिल किया जाता है।
- यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन में फायदा
एक स्टडी के मुताबिक लौकी के उपयोग से यूरिनरी डिसऑर्डर से जुड़ी प्रॉब्लम्स को भी ठीक किया जा सकता है जैसे यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन को, क्योंकि लौकी के बीजों में एंटीबायोटिक गुण भी पाए गए हैं।
- कैंसर के लिए
दूसरी बहुत सी क्वालिटीज़ के साथ साथ लौकी में कीमोप्रीवेंटिव प्रापर्टी भी पाई जाती है यानी लौकी के सेवन से कैंसर का खतरा भी घटता है, खासकर स्किन कैंसर का खतरा।
- बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद
अगर आपके बाल बहुत ज्यादा गिरते हैं तो लौकी का जूस पीने के साथ साथ इसे बालों में भी लगा सकते हैं। जूस को स्कैल्प पर लगाकर थोड़ी देर छोड़ दें। फिर बालों को साफ कर लें। ऐसा रोजाना करने से सफेद बालों, गंजेपन की समस्या से बचे रहेंगे।
लौकी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। यानी लौकी खराब बैक्टीरिया हमसे दूर रखने का काम करती है। इसके अलावा लौकी एंटीऑक्सीडेंट भी होती है , इसलिए स्किन को न सिर्फ़ नुकसान पहुंचने से रोकती है बल्कि स्किन को चमकदार भी बनाती है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट क्वालिटी की वजह से ही सफेद बालों और स्किन पर पड़ी झुर्रियों से छुकारा पाने में भी मदद मिलती है। सर्दियों के मौसम में लौकी का जूस पीने से स्किन ड्राई नहीं होती है।
- लौकी है न्यूरोट्रांसमीटर
लौकी में उच्च मात्रा में कोलीन पाया है जो कि एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जो दिमाग की सेल्स को ठीक से काम करने में मदद करता है। इसलिए कुछ स्टडीज़ के मुताबिक ये मानसिक बीमारियों से बचने में भी कारगर साबित हो सकती है। वहीं डिप्रेशन होने पर भी इसके जूस का सेवन करने से फायदा हो सकता है क्योंकि लौकी के जूस में कोलीन भी पाया जाता है। इसके सेवन से तनाव के स्तर को कम किया जा सकता है। वहीं एंग्जायटी के लक्षणों को भी ये कम करता है।
लौकी के नुकसान
जिस तरह किसी चीज़ के फायदे होते हैं उसी तरह किसी चीज़ के नुकसान भी होते हैं। लौकी के मामले में भी कुछ ऐसा ही है । जौसा कि हमने बताया कि ताज़ा लौकी का ताजा जूस ही पिया जाता है उसी तरह ध्यान रखें कि लौकी का रस अगर कड़वा लगे तो उसे न पिएं, क्योंकि इससे आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। माना जाता है कि प्रेग्नेन्सी के दौरान लौकी का कड़वा जूस भ्रूण और गर्भवती के लिए हानिकारक हो सकता है।
इसके अलावा लौकी की तासीर यानी इसका प्रभाव ठंडा होता है, इसलिए इसके जूस को बहुत अधिक ना पिएं। खासकर, जब आपको सर्दी-जुकाम या खांसी हो। साथ ही सर्दियों में भी इसका सेवन रोज़ न करें।